फुल की उस खुसबू को फिर से मेहसूस करना चाहता था , जो कभी मैंने तेरे जुल्फों में पायी थी पर आज उसे …
जिन लफ़्ज़ों से प्यार मिलता था हमें वो ल्फ्ज़ आज कहीं गुम से गए है । जिन आँखों में कइ दिन से आंशु रु…